पाकिस्तान का नया प्रोपेगेंडा एक्सपोज़! अमृतसर सैन्य ठिकाने पर हमला नहीं, वायरल वीडियो निकला पुराना और झूठा!
नई दिल्ली,8 मई । भारत के खिलाफ दुष्प्रचार की अपनी आदत से बाज न आने वाले पाकिस्तान ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर झूठ फैलाने की नापाक साजिश रची है। इस बार निशाने पर है भारतीय सेना का अमृतसर स्थित सैन्य अड्डा—जहां कथित हमले का एक वीडियो पाकिस्तान-समर्थित फर्जी अकाउंट्स द्वारा तेजी से वायरल किया जा रहा है।
लेकिन हकीकत क्या है?
PIB Fact Check की टीम ने इस प्रोपेगेंडा की पोल खोलते हुए स्पष्ट किया है कि यह वीडियो 2024 की एक वाइल्डफायर (जंगल में लगी आग) का है, और भारत की किसी सैन्य जगह से इसका कोई लेना-देना नहीं है।
पाकिस्तान के कुछ सोशल मीडिया हैंडल जानबूझकर पुराने वीडियो को नया बताकर पेश कर रहे हैं। वीडियो में आग और धुएं का दृश्य दिखाया गया है और दावा किया गया है कि यह “भारतीय सैन्य ठिकाने पर मिसाइल हमला” है। लेकिन यह झूठ का पुलिंदा है जिसका मकसद केवल भारत में भय फैलाना और वैश्विक स्तर पर भारत की छवि धूमिल करना है।
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ऐसे झूठे वीडियो को शेयर करने से बचें।
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केवल आधिकारिक सरकारी स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।
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फर्जी खबरों का प्रसार करना दंडनीय अपराध है और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर युद्ध छेड़ा हो। लेकिन इस बार सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर वो न सिर्फ भारत की सुरक्षा व्यवस्था को बदनाम करना चाहता है, बल्कि देश के नागरिकों को मानसिक रूप से डराने की कोशिश कर रहा है।
लेकिन भारत अब पहले जैसा नहीं है।
आज का भारत डिजिटल दुष्प्रचार के खिलाफ तैयार, सजग और एकजुट है।
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किसी भी वीडियो, फोटो या खबर को फॉरवर्ड करने से पहले तथ्यों की जांच करें।
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सोशल मीडिया पर देशविरोधी प्रचार फैलाने वालों की रिपोर्ट करें।
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PIB Fact Check और अन्य सरकारी चैनलों से पुष्टि की गई जानकारी पर ही विश्वास करें।
सोशल मीडिया पर हर चमकती चीज़ खबर नहीं होती।
पाकिस्तान की चालाकियों को बेनकाब करना अब हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।