लंदन में पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी द्वारा भारतीय प्रदर्शनकारियों को धमकी: गले काटने का इशारा कर बढ़ाया तनाव
इस्लामाबाद ,26 अप्रैल। पहलगाम हमले को लेकर लंदन में पाकिस्तान हाई कमीशन के बाहर प्रदर्शन कर रहे भारतीयों को एक सीनियर पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी ने धमकाने की कोशिश की। इस अधिकारी ने हाथ से गला रेतने का एक्शन किया और फिर मुस्करा दिया।
इतना ही नहीं, इस अधिकारी ने अपने हाथों में भारतीय एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान का पोस्टर पकड़ा हुआ था, जिन्हें फरवरी 2019 में पाकिस्तानी सेना ने बंदी बना लिया था। इस पोस्टर पर लिखा था- चाय इज फैन्टास्टिक। यानी चाय कमाल की है।
पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल की दोपहर आतंकवादियों ने पर्यटकों पर फायरिंग की थी। हमले में 26 टूरिस्ट मारे गए थे। 10 से ज्यादा घायल हैं।
वीडियो में दिख रहा शख्स की कर्नल तैमूर के नाम से हुई
ये वीडियो क्लिप शनिवार सुबह से वायरल हो रहा है। 5 सेकेंड के इस क्लिप में दिखाई देता है कि लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग में सेना और वायुसेना सलाहकार कर्नल तैमूर राहत दूतावास की बालकनी पर खड़े होकर प्रदर्शनकारियों की ओर गला काटने का इशारा कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि ये वीडियो शुक्रवार का है, जब बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोग शांति से प्रदर्शन करने के लिए दूतावास के बाहर जुटे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शन में 500 से ज्यादा ब्रिटिश हिंदुओं ने हिस्सा लिया था। वे भारतीय झंडे, बैनर और पोस्टर लेकर पहलगाम अटैक के विक्टिम्स के लिए न्याय की मांग कर रहे थे।
सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी अधिकारी के एक्शन की निंदा
इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे ‘घिनौना’ और ‘बेशर्म’ व्यवहार बताया। लोगों ने कहा कि ये डिप्लोमैट के सूट में आतंकी है। वहीं, एक यूजर ने कहा कि पाकिस्तान अभिनंदन की तस्वीर क्यों दिखाता है। उसे भारत के दबाव में अभिनंदन को लौटाना पड़ा था। इसमें पाकिस्तान सरकार की हार थी।
पाकिस्तानी पीएम बोले- हमले की जांच कराने को तैयार
वहीं, पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने कहा है कि वे पहलगाम हमले के बाद हर जांच के लिए तैयार हैं। शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए तैयार है।
पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी में एक परेड को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि पहले भी पाकिस्तान पर ऐसे हमले के आरोप लगाए जाते रहे हैं। इसे पूरी तरह से बंद किया जाना जाहिए। एक जिम्मेदार देश के तौर पर पाकिस्तान किसी भी तटस्थ और पारदर्शी जांच में हिस्सा लेने के लिए तैयार है।