पाकिस्तान ने बेतुके बहाने बनाकर भारतीय फिल्मों पर रोक लगाई
नई दिल्ली 29 अप्रैल 2025: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को लेकर सख्त रुख अपनाया है। पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान बॉलीवुड कमबैक करने वाले थे, लेकिन अब सभी पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में पूरी तरह बैन कर दिया गया है।
ये बड़ा फैसला तो आतंकी हमले के बाद हुआ, लेकिन इससे पहले भी हमारा पड़ोसी मुल्क कई बार अटपटी वजहों से भारत की फिल्मों को अपने देश में रिलीज होने से रोक चुका है। इन फिल्मों में रांझणा, फैंटम, जॉली एलएलबी 2, पैडमैन और रेस 3 जैसी 36 फिल्में शामिल हैं।
कई बैन हुई फिल्में ऐसी भी हैं, जिनमें पाकिस्तानियों को हारता दिखाए जाने पर पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड को आपत्ति थी। वहीं कुछ हिंदू-मुस्लिम लव स्टोरी, पैड जैसे शब्द के इस्तेमाल, तो कभी राष्ट्रगान या तिरंगा दिखाने पर बैन कर दी गईं।
हास्यास्पद बात तो ये है कि पाकिस्तान में रईस, तेरे बिन लादेन और ऐ दिल है मुश्किल जैसी फिल्मों पर भी रोक लगाई गई थी, जबकि इन फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकार ही लीड रोल में थे।
रांझणा (2013)- हिंदु-मुस्लिम लव स्टोरी पर एतराज
धनुष और सोनम कपूर स्टारर फिल्म रांझणा को पाकिस्तान में बैन कर दिया गया था। वजह सिर्फ इतनी थी कि फिल्म में जोया नाम की मुस्लिम लड़की का हिंदू लड़के से अफेयर दिखाया गया है। इस फिल्म को पहले पाकिस्तान में रिलीज किया जाने वाला था, हालांकि चंद दिनों पहले ही पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड ने डिस्ट्रीब्यूटर को लेटर लिखकर कहा कि हिंदू-मुस्लिम लव स्टोरी के चलते इससे युवाओं में गलत मैसेज जाएगा।
दंगल (2017)- तिरंगे और राष्ट्रगान से आपत्ति
आमिर खान की फिल्म दंगल को पाकिस्तान में इसलिए बैन कर दिया गया, क्योंकि फिल्म में इंडियन नेशनल फ्लैग और राष्ट्रगान दिखाया गया था। पाकिस्तान सेंसर बोर्ड ने तिरंगे और राष्ट्रगान के सीन हटाने की मांग की थी, हालांकि आमिर खान ने इससे साफ इनकार कर दिया था।
पैडमैन (2018)- टाइटल में पैड शब्द से दिक्कत
अक्षय कुमार और सोनम कपूर स्टारर फिल्म को पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड ने टाइटल में महज पैड शब्द के इस्तेमाल के चलते बैन कर दिया। सेंसर बोर्ड ने तर्क दिया कि वो पाकिस्तान में ऐसे किसी सब्जेक्ट, स्टोरी को नहीं दिखा सकते, जिसे समाज ने स्वीकार्य नहीं किया है। उन्होंने डिस्ट्रीब्यूटर्स को फिल्म के राइट्स खरीदने से इनकार कर दिया और कहा कि ऐसा करके वो इस्लामिक ट्रेडिशन, इतिहास और कल्चर को बर्बाद कर रहे हैं।