नौसेना को मिलेगा पहला एंटी सबमरीन वॉरफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट
नई दिल्ली । 7 जून 25 । भारतीय नौसेना 18 जून को विशाखापट्टनम के नेवी डॉकयार्ड में देश के पहला एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट (ASW-SWC) अर्णाला को कमीशन करने वाली है। कमीशन सेरेमनी के चीफ गेस्ट CDS जनरल अनिल चौहान होंगे।
INS अर्णाला को 8 मई को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया था। हालांकि यह कमीशनिंग सेरेमनी 16 ASW-SWC कैटेगरी के जहाजों में से पहले जहाज को भारतीय नौसेना में औपचारिक रूप से शामिल करने का प्रतीक है।
मेसर्स गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) कोलकाता और मेसर्स L&T शिपबिल्डर्स के साथ पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के तहत डिजाइन और बनाया गया अर्णाला डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर भारत की सफलता का प्रमाण है।
महाराष्ट्र के वसई के ऐतिहासिक अर्णाला किले के नाम पर इसे यह नाम दिया गया है। यह जहाज हिंद महासागर में नौसेना की दमदार मौजूदगी के लिए डिजाइन किया गया है। जो उथले पानी में दुश्मन पनडुब्बियों का पता लगाने, ट्रैक और डिएक्टिवेट करेगा।
INS अर्णाला की कुछ खासियतें…
- लंबाई- लगभग 77 मीटर
- वजन- लगभग 900 टन
- स्पीड- 25 नॉट्स तक (लगभग 46 किमी/घंटा)
- क्रू क्षमता- 57 नाविक (लगभग)
- Sonar सिस्टम- एडवांस्ड हल- mounted sonar और tow-array sonar
- हथियार- टॉरपीडो, ASW रॉकेट लॉन्चर, 30 mm बंदूकें
- रडार व सेंसर- मॉडर्न नेविगेशन रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम
- डिजाइन विशेषता- स्टील हल, कम शोर (low acoustic signature), हाई मैन्युवरेबिलिटी
- निर्माता- गार्डन रीच शिप बिल्डर्स