मिताली मुखर्जी बनीं प्रतिष्ठित ‘Reuters Institute’ की नई डायरेक्टर! भारतीय पत्रकारिता का विश्व मंच पर परचम
नई दिल्ली,8 मई । मशहूर पत्रकार और वित्तीय विश्लेषक मिताली मुखर्जी को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित मीडिया थिंक टैंक्स में से एक – Reuters Institute for the Study of Journalism (RISJ) का नया डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। यह संस्थान ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के अधीन कार्य करता है और वैश्विक पत्रकारिता की दशा-दिशा तय करने में अग्रणी माना जाता है।
मिताली मुखर्जी की यह नियुक्ति न सिर्फ उनके व्यक्तिगत करियर की एक शानदार उड़ान है, बल्कि भारतीय पत्रकारिता के लिए गर्व का क्षण भी है। अब एक भारतीय महिला विश्व मीडिया के सबसे बड़े मंच की कमान संभालने जा रही हैं — एक ऐसा पद जो दुनिया भर के मीडिया विश्लेषण, नीति और अध्ययन को प्रभावित करता है।
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वित्तीय पत्रकारिता में दो दशकों का अनुभव
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NDTV, CNBC TV18, Editor ji जैसे बड़े मीडिया हाउस से जुड़ाव
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पत्रकार के साथ-साथ पब्लिक पॉलिसी और जेंडर इक्विटी की भी मुखर आवाज
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“Aspen Global Leadership Network” की फैलो रह चुकी हैं
उनकी रिपोर्टिंग शैली में गहराई, तथ्यों की सटीकता और आम आदमी से जुड़ाव रहा है — यही उन्हें भीड़ से अलग करता है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के अंतर्गत चलने वाला यह संस्थान वैश्विक पत्रकारिता के भविष्य, फेक न्यूज़, मीडिया की स्वतंत्रता, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे मुद्दों पर रिसर्च करता है और मीडिया लीडर्स को प्रशिक्षित करता है।
मिताली के नेतृत्व में Reuters Institute से अब भारतीय उपमहाद्वीप, वैश्विक दक्षिण (Global South) और महिला पत्रकारों के अनुभवों को वैश्विक विमर्श में विशेष स्थान मिल सकता है।
उनकी पृष्ठभूमि से यह भी तय है कि वे ग्लोबल मीडिया में विविधता, समावेशिता और जवाबदेही को नया आयाम देंगी।
उनकी नियुक्ति के बाद ट्विटर, लिंक्डइन और पत्रकारिता जगत में बधाई संदेशों की बाढ़ आ गई। कई वरिष्ठ पत्रकारों और वैश्विक संस्थानों ने इस उपलब्धि को “भारत की सॉफ्ट पावर का प्रतीक” बताया।
मिताली मुखर्जी का यह चयन एक संकेत है कि अब वैश्विक पत्रकारिता के शिखर पर भारत की आवाज, दृष्टिकोण और नेतृत्व को पहचाना जा रहा है। यह उन हजारों युवा पत्रकारों के लिए प्रेरणा है जो वैश्विक मंच पर भारत का नाम रौशन करना चाहते हैं।