मधुबनी की बेटी डॉ. शाम्भवी झा ने रचा इतिहास, मिस यूनिवर्स बिहार 2025 का ताज किया अपने नाम
नई दिल्ली,7 मई । बिहार की धरती पर एक बार फिर इतिहास रच गया है। मिथिला की सांस्कृतिक राजधानी मधुबनी की बेटी, डॉ. शाम्भवी झा ने अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास से मिस यूनिवर्स बिहार 2025 का खिताब जीतकर पूरे प्रदेश को गौरवान्वित कर दिया है। यह ऐतिहासिक क्षण राजधानी पटना के NIFT कैंपस में उस वक्त दर्ज हुआ, जब मिस यूनिवर्स इंडिया द्वारा आयोजित आधिकारिक ऑडिशन में उन्हें विजेता घोषित किया गया।
डॉ. शाम्भवी अब मिस यूनिवर्स इंडिया 2025 प्रतियोगिता में बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगी — एक ऐसी राष्ट्रीय प्रतियोगिता जो भारत की खूबसूरती, बुद्धिमत्ता और नेतृत्व क्षमता का प्रतिनिधित्व करती है। पेशे से डेंटिस्ट और मूल रूप से मधुबनी जिला के बरदेपुर गांव की निवासी शाम्भवी, जितेंद्र कुमार झा और लिली झा की सुपुत्री हैं। एक छोटे से गाँव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक का यह सफर न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि हज़ारों युवा लड़कियों के लिए उम्मीद की किरण भी बन गया है।
बिहार ऑडिशन में शाम्भवी ने न केवल अपनी सुंदरता से, बल्कि अपने आत्मविश्वास, परिपक्व विचारों और व्यक्तित्व से निर्णायकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। राज्य भर से आई प्रतिभाओं में उन्होंने सबसे अलग छाप छोड़ी। प्रतियोगिता की फर्स्ट रनर-अप रहीं दिव्यांशी साची और सेकंड रनर-अप बनीं रूपाली भूषण।ऑडिशन के निर्णायकों में मिस यूनिवर्स इंडिया के ऑनर निखिल आनंद, मिस यूनिवर्स इंडिया 2024 रिया सिंघा, पूर्व विजेता काजल चौधरी, डायरेक्टर अमजद खान और स्टेट डायरेक्टर नीतू कुमारी शामिल रहे। आयोजन की मेज़बानी एमिनो पेट केयर द्वारा की गई, जिसने पिछले दो वर्षों से लगातार इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।
कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में मिस यूनिवर्स इंडिया के ऑनर निखिल आनंद ने कहा, “बिहार टैलेंट से भरपूर है और यह मंच उन बेटियों के लिए है जो अपनी प्रतिभा और आत्मबल से देश-दुनिया में नाम रोशन करना चाहती हैं। डॉ. शाम्भवी में वह क्षमता है जो उन्हें न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी चमका सकती है।”
मिस यूनिवर्स इंडिया 2024, रिया सिंघा ने कहा, “बिहार की प्रतिभाएं अद्भुत हैं। डॉ. शाम्भवी में मैं मिस यूनिवर्स बनने की पूरी क्षमता देखती हूँ। उन्हें मेरी ओर से ढेरों शुभकामनाएं।”
स्टेट डायरेक्टर नीतू कुमारी ने कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “यह प्रतियोगिता केवल सौंदर्य की नहीं, आत्मबल, शिक्षा और नेतृत्व की भी है। सुष्मिता सेन और लारा दत्ता जैसी पूर्व विजेताओं ने यह साबित किया है कि एक मिस यूनिवर्स समाज में बदलाव की प्रतीक बन सकती है। शाम्भवी भी उसी परंपरा की अगली कड़ी बन सकती हैं।”
इस मौके पर मिस यूनिवर्स इंडिया के नेशनल पीआर हेड सर्वेश कश्यप और मिस टीन अर्थ इंडिया 2024 तनिष्का शर्मा भी मौजूद रहीं, जो खुद बिहार से हैं और आज राष्ट्रीय स्तर की नामचीन मॉडल मानी जाती हैं।
डॉ. शाम्भवी झा की यह सफलता न केवल मधुबनी, बल्कि पूरे बिहार के लिए गर्व का विषय है। उनके सिर पर सजा यह ताज, उस संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास का प्रतीक है जो हर युवा लड़की में मौजूद है। अब सबकी निगाहें मिस यूनिवर्स इंडिया 2025 प्रतियोगिता पर टिकी हैं, जहां बिहार की यह बेटी एक बार फिर इतिहास रच सकती है।