भारत का गजब दांव… बिना जंग लड़े पाकिस्तान के हर रोज फुंक रहे 4 अरब रुपये! कंगाली में आटा गीला!
नई दिल्ली,6 मई । “बिना गोली चलाए दुश्मन को घुटनों पर लाना – यही है असली रणनीति।” और भारत ने अब ये करिश्मा करके दिखा दिया है। न कोई युद्ध, न कोई धमाका, लेकिन पाकिस्तान के खजाने में हर दिन 4 अरब रुपये की सेंध लग रही है। भारत की रणनीतिक चालों ने ऐसा शिकंजा कसा है कि पहले से ही डूबती पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था अब चीत्कार कर रही है।
भारत ने अपनी सैन्य शक्ति के साथ-साथ कूटनीतिक और आर्थिक रणनीति का ऐसा मिश्रण तैयार किया है, जिसे देखकर पाकिस्तान के हुक्मरानों के होश उड़ गए हैं। हर बार की तरह युद्ध नहीं, इस बार दांव लगाया गया है उनकी जेब पर – और ये वार सीधा दिल पर नहीं, अर्थव्यवस्था की नसों पर हुआ है।
भारत ने नियंत्रण रेखा (LOC) के पास अपनी सेना की तैनाती को हाई अलर्ट पर रखा है। इससे पाकिस्तान को हर दिन अपने सैनिकों, टैंकों, और सप्लाई के लिए करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। एक ओर भारत शांति बनाए हुए है, वहीं पाकिस्तान हर दिन ये सोचकर डर में जी रहा है कि “कहीं आज हमला न हो जाए!”भारत के हाई-टेक ड्रोन, AI-आधारित सर्विलांस सिस्टम और सैटेलाइट्स लगातार पाकिस्तान की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। नतीजा? पाकिस्तान को हर कदम सोच-समझकर रखना पड़ रहा है। सैन्य तैयारियों को बनाए रखने के लिए वो हर दिन अरबों रुपये जला रहा है — बिना यह समझे कि भारत सिर्फ देख रहा है, और मुस्कुरा रहा है।
भारत ने अमेरिका, फ्रांस, UAE और सऊदी अरब जैसे देशों के साथ अपने संबंधों को इतना मजबूत कर लिया है कि पाकिस्तान को अब कहीं से भी राहत मिलनी मुश्किल हो गई है। IMF की शर्तों में जकड़ा पाकिस्तान अब भारत की हर कूटनीतिक चाल का शिकार बनता जा रहा है।
खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत की निगरानी, दबाव और एलओसी पर मौजूदगी के कारण पाकिस्तान को हर दिन कम से कम 4 अरब रुपये का खर्च उठाना पड़ रहा है। पेट्रोल-डीज़ल, राशन, हथियार, ट्रेनिंग और कर्फ्यू व्यवस्था ने उसका बजट बर्बाद कर दिया है।
“कंगाली में आटा गीला” – ये कहावत अब पाकिस्तान पर बिल्कुल सटीक बैठती है।
भारत ने आज यह साबित कर दिया है कि युद्ध केवल मैदान में नहीं जीते जाते — असली युद्ध रणनीति, दबाव और आर्थिक मोर्चे पर जीता जाता है। पाकिस्तान को रोजाना खाली खजाना, महंगाई और जनता के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है।शांति से, मजबूती से, और मुस्कराते हुए देख रहा है कि कैसे बिना गोली चलाए दुश्मन खुद-ब-खुद रसातल की ओर जा रहा है।