भारत ने 24 मिसाइलों से पाकिस्तान के 24 लक्ष्य ध्वस्त किए, लाहौर और सियालकोट पर भयंकर हमले — पाकिस्तान के चीनी हथियार पूरी तरह विफल

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नई दिल्ली,9 मई । भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी शक्ति का जोरदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया है। भारतीय सेना ने अब तक की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई में 24 मिसाइलों का एक साथ प्रक्षेपण किया और लाहौर और सियालकोट में 24 अलग-अलग महत्वपूर्ण लक्ष्यों को भयंकर रूप से नष्ट कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इन हमलों में बड़ी विस्फोटों की गूंज सुनाई दी, जिससे दोनों शहरों में आतंक और अफरातफरी मच गई।

यह हमला पाकिस्तान की उस ढीली और घटिया वायु रक्षा प्रणाली की पोल खोलते हुए हुआ, जो चीन से आयात की गई थी। भारतीय मिसाइलों ने किसी प्रकार की प्रतिरोध का सामना किए बिना अपने लक्ष्य को भेद लिया, जिससे पाकिस्तान के हवा में सुरक्षा की कमज़ोरी साफ तौर पर उजागर हुई। विशेषज्ञ इसे “पाकिस्तान के चीनी निर्मित सैन्य हार्डवेयर की पूरी तरह से विफलता” करार दे रहे हैं।

सैन्य विश्लेषकों का कहना है कि इस घटना ने चीनी रक्षा उत्पादों की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हमले ने पाकिस्तान के चीनी हथियारों के बारे में संदेह पैदा किया है, जो युद्ध की वास्तविक परिस्थितियों में पूरी तरह नाकाम साबित हुए।

यह हमले पाकिस्तान में अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों के निकासी आदेश के ठीक बाद हुए, जिससे यह संकेत मिलता है कि वॉशिंगटन को भारत की योजना का पता था। एक वरिष्ठ रक्षा विश्लेषक ने कहा, “दुनिया भर में संकेत साफ थे। अमेरिका को पहले से पता था कि कुछ बड़ा होने वाला है।”

लाहौर और सियालकोट के निवासियों ने बताया कि एयर राडार सायरन की आवाज़ें गूंज रही थीं, लेकिन पाकिस्तान की कोई वायु रक्षा प्रणाली इन हमलों को रोकने के लिए तैयार नहीं थी। एक सियालकोट निवासी ने बताया, “हमने जोरदार धमाकों की आवाज़ सुनी, और फिर आकाश में आग के गोले उठते हुए देखे। सेना कहीं नजर नहीं आई।”

भारत ने आतंकी लॉन्च पैड्स, गोला-बारूद के भंडार, और पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं को निशाना बनाया, जिनका इस्तेमाल पाकिस्तान के प्रॉक्सी आतंकवादियों द्वारा किया जाता था। भारतीय अधिकारियों ने इसे एक “सर्जिकल और सटीक मिशन” करार दिया, जिसका उद्देश्य आतंकवाद से जुड़ी ढांचागत संरचनाओं को नष्ट करना था।

पाकिस्तान की सेना के जेट विमान हमले के बाद भी देर से पहुंचे, जबकि भारतीय सेना सुरक्षित सीमा के पार लौट आई थी। भारत में सोशल मीडिया पर जश्न का माहौल था, और #IndiaStrikesBack और #ChineseJunkExposed जैसे हैशटैग्स ने वैश्विक स्तर पर ट्रेंड करना शुरू कर दिया।

यह हमला भारत की आक्रामक रक्षा नीति का प्रतीक बन गया है, जो पाकिस्तान और चीन दोनों को यह संदेश दे रहा है कि भारत अब सीमा पार आतंकवाद को सहन नहीं करेगा। यह भारतीय सेना की क्षमता को प्रदर्शित करता है और दुनिया को बताता है कि भारत आतंकवाद और उसके प्रायोजकों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।

वहीं पाकिस्तान के नेतृत्व को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि चीनी निर्मित रडार और मिसाइल लांचरों के तबाह होने के वीडियो इंटरनेट पर फैल गए हैं। ये वीडियो चीन के सैन्य तकनीक की वास्तविक युद्ध परिस्थितियों में विफलता को उजागर करते हैं।

जबकि वैश्विक शक्तियां शांति की अपील कर रही हैं, भारत ने अपनी कड़ी कार्रवाई से यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद और उसके प्रायोजकों को अब किसी प्रकार की माफी नहीं दी जाएगी।

भारत का यह हमला पाकिस्तान और चीन को एक मजबूत संदेश दे रहा है कि भारत किसी भी कीमत पर अपनी सुरक्षा और राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा करेगा।

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