असम CM बोले-पाकिस्तानी सैलरी पर थीं गोगोई की ब्रिटिश पत्नी
असम , 26 मई- असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने सोमवार को कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की विदेशी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तानी कनेक्शन को लेकर फिर सवाल किया। उन्होंने X पर ट्वीट किया, जिसमें सीनियर कांग्रेस नेता रिपुन बोरा के हवाले से बताया कि सांसद गौरव गोगोई की पत्नी पाकिस्तान सरकार से सैलरी ले रही थी।
हिमंता ने पोस्ट में लिखा- कल एक सीनियर कांग्रेस नेता रिपुन बोरा ने चौंकाने वाला कबूलनामा किया। बोरा ने माना कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की ब्रिटिश पत्नी पाकिस्तान सरकार के पेरोल पर थी। अगर यह सच है तो यह देश की राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाता है।’
‘देश के मुख्य विपक्षी दल के डिप्टी स्पीकर की पत्नी और दुश्मन देश के बीच इस तरह के सीधे संबंध देश की एकता और सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है। हम पहले इस चौंकाने वाले तथ्यों के बारे में नहीं जानते थे। अब जब यह बात सामने आई है तो इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए। राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता है। हम बोरा के बयान रिकॉर्ड करेंगे और आगे कदम उठाएंगे।
असम के मुख्यमंत्री काफी समय से आरोप लगाते रहे हैं कि गोगोई और उनकी ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान की ISI से संबंध हैं। उन्होंने दावा किया है कि गोगोई की पत्नी कई बार पाकिस्तान जा दौरा कर चुकी हैं। खुद गोगोई भी 15 दिनों के लिए पाकिस्तान गए थे।
हिमंता बिस्वा सरमा ने 18 मई को आरोप लगाया था कि गौरव गोगोई ने ISI के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा किया था। सरमा ने कहा- गौरव गोगोई पाकिस्तान सरकार के सीधे निमंत्रण पर वहां गए थे और यह खतरनाक था। वह पाकिस्तान की सत्ता के साथ मिलकर काम कर रहे थे। गृह विभाग कब निमंत्रण भेजता है? यह केवल ट्रेनिंग देने के लिए होता है। अन्यथा ISI उसे क्यों आमंत्रित करती।
उन्होंने कहा- अगर यह जासूसी नहीं है, तो क्या है? गोगोई भारत सरकार को बताए बिना वहां गए। वापस आकर राफेल का विरोध किया। संसद में तटीय मार्ग में सुरक्षा व्यवस्था के बारे में सवाल पूछे, जहां भारत ने अपने परमाणु हथियार रखे हैं। आपके लिए ये सवाल किसने लिखे थे?
गोगोई ने असम CM के दावों को बकवास बताया असम CM सरमा के बयान के बाद कांग्रेस सांसद ने X पर 4 पोस्ट किए। इसमें उन्होंने लिखा-
- मुख्यमंत्री जिस स्क्रिप्ट पर चल रहे हैं, वह बी ग्रेड फिल्म से भी खराब है। कहा जाता है कि एक झूठ को छिपाने के लिए व्यक्ति को अनगिनत झूठ बोलने पड़ते हैं। मुख्यमंत्री बिल्कुल यही कर रहे हैं। वे कोई तथ्य नहीं दे रहे हैं और केवल आईटी सेल ट्रोल की तरह व्यवहार कर रहे हैं।
- एक मुख्यमंत्री को ट्रोल नहीं होना चाहिए। अगर उनके पास आरोप का समर्थन करने वाला कोई सबूत है तो सार्वजनिक करें। यह नाटक बहुत लंबे समय तक छिपाया नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री जो कह रहे हैं उसका 99% हिस्सा बकवास है।
- उन्हें सबूतों को सार्वजनिक करना चाहिए और सितंबर की काल्पनिक समयसीमा के पीछे छिपना बंद करना चाहिए। मुझे शक है कि सितंबर में भी मुख्यमंत्री कोई ठोस तथ्य सामने रख पाएंगे। मुझे याद है कि असम में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्होंने राहुल गांधी के कथित ‘बॉडी डबल’ को लेकर कैसे हंगामा किया था।
- मुख्यमंत्री मेरे सामने असुरक्षित रह सकते हैं, जैसा कि वे पिछले 13 सालों से हैं। कांग्रेस पार्टी के लिए हम राज्य की खराब आर्थिक स्थिति और राजनीतिक संरक्षण में चल रहे कोयला-ड्रग माफिया पर ध्यान केंद्रित करेंगे।