कोरोना से लगातार दूसरे दिन 10 से ज्यादा मौतें
नई दिल्ली, 16 जून, 2025 , देश में कोरोना वायरस से लगातार दूसरे दिन 10 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, रविवार को 11 मरीजों ने जान गंवाई। केरल में 7 और दिल्ली, छत्तीसगढ़, एमपी, महाराष्ट्र में 1-1 मौत हुई है। शनिवार को 10 मौतें हुई थीं।
कोविड के 31 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में 7264 एक्टिव मरीज हैं। केरल में सबसे ज्यादा 1920 केस हैं। इसके बाद गुजरात में 1433 और पश्चिम बंगाल में 747 एक्टिव मामले हैं। बीते 24 घंटे में कोई नया केस नहीं मिला है, जबकि 119 मरीज रिकवर हुए हैं।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में रविवार को बच्चे को जन्म देने के एक दिन बाद महिला (27 साल) की कोविड से मौत हो गई। कोरोना के नए वैरिएंट से जनवरी 2025 से अब तक 108 मौतें हुई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा- हमने कोरोना से निपटने के लिए जरूरी इंतजाम कर लिए हैं।
राज्यों से कोरोना अपडेट…
- उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सावधानी बरतने का निर्देश जारी किया है। प्रमुख स्वास्थ्य अधिकारियों ने सभी अस्पतालों को जरूरी दवाएं, पीपीई किट, जांच सुविधाएं, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, आईसीयू और वेंटिलेटर जैसी सुविधाओं को तैयार रखने को कहा है।
- महाराष्ट्र: राज्य में रविवार को कोरोना के 40 नए केस मिले। बीते 24 घंटे में 47 साल के मरीज ने जान गंवाई है। वहीं, शनिवार को राज्य में 2 मरीजों की मौत हुई थी।
- केरल: स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा के लक्षणों वाले मरीजों का इलाज करते समय जून 2023 में जारी की गई कोविड गाइडलाइन पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। अस्पतालों में सभी को मास्क लगाना अनिवार्य है। साथ ही जुकाम, खांसी और बुखार जैसे लक्षण वाले मरीजों का कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है।
- कर्नाटक: गुलबर्गा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ने में 25 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है। इनमें से पांच-पांच बेड ICU (वेंटिलेटर समेत), हाई डिपेंडेंसी यूनिट और पांच प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए हैं। बाकी 10 नॉर्मल बेड हैं।
भारत में मिले कोविड-19 के 4 नए वैरिएंट भारत के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच देश में चार नए वैरिएंट मिले हैं। ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि दक्षिण और पश्चिम भारत से जिन वैरिएंट की सीक्वेंसिंग की गई है, वे LF.7, XFG , JN.1 और NB.1.8.1 सीरीज के हैं।
बाकी जगहों से नमूने लेकर सीक्वेंसिंग की जा रही है, ताकि नए वैरिएंट की जांच की जा सके। मामले बहुत गंभीर नहीं हैं, लोगों को चिंता नहीं, बस सतर्क रहना चाहिए।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने भी इन्हें चिंताजनक नहीं माना है। हालांकि, निगरानी में रखे गए वैरिएंट के रूप में कैटेगराइज किया है। चीन सहित एशिया के दूसरे देशों में कोविड के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहा है।
NB.1.8.1 के A435S, V445H, और T478I जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं। इन पर कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं होता।
भारत में कोविड का JN.1 वैरिएंट सबसे आम है। टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल में यह वैरिएंट मिलता है। इसके बाद BA.2 (26 प्रतिशत) और ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) वैरिएंट के मामले भी मिलते हैं।