थरूर बोले- पाकिस्तान के खिलाफ सबूत थे, इसलिए कार्रवाई की
नई दिल्ली। 06 जून 2025 । अमेरिका में भारतीय डेलिगेशन की अगुआई कर रहे शशि थरूर से उनके बेटे इशान थरूर ने पहलगाम हमले में पाकिस्तान के शामिल होने के बारे में सवाल पूछा। वॉशिंगटन पोस्ट में पत्रकार इशान ने पूछा कि क्या किसी देश ने हमले में पाकिस्तान के शामिल होने का सबूत मांगा है, खासकर जब पाकिस्तान इनकार कर रहा है।?
इस पर शशि थरूर ने कहा कि अगर पाकिस्तान के खिलाफ पुख्ता सबूत न होते, तो भारत ने जो कार्रवाई की, वो न की होती। बहुत सीधी बात है कि किसी को कोई शक नहीं था और हमसे किसी ने सबूत नहीं मांगा। हां मीडिया ने दो-तीन जगहों पर हमसे ये सवाल किया है। मैं बस ये कहूंगा कि अगर हमारे पास भरोसेमंद सबूत न होता तो हमने कार्रवाई न की होती।
थरूर ने पाकिस्तान के खिलाफ 3 कारण गिनाए
थरूर ने अपने बेटे के सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान का 37 साल का इतिहास है, जब उसने आतंकी हमले किए हैं और फिर उनसे मुकर गया है। थरूर ने पहलगाम हमले में पाकिस्तान के शामिल होने के 3 कारण बताए…
पहला कारण: इतिहास और सबूतों का पैटर्न
थरूर ने कहा कि पाकिस्तान लंबे समय तक मुकरता रहा कि उसे ओसामा बिन लादेन की लोकेशन के बारे में पता नहीं है। बाद में वह पाकिस्तान के कैंट इलाके में आर्मी कैंप के पास के ही एक सेफ हाउस में मिला।
ऐसे ही पाकिस्तान 2008 के मुंबई हमले में शामिल होने से इनकार करता रहा। लेकिन जो आतंकी पकड़ा गया था, उसका नाम, उसकी पहचान, उसका पता सब पाकिस्तानी था। पुलिस की पूछताछ में उसने सब बताया था कि उसे कहां ट्रेनिंग मिली थी।
सब जानते हैं कि पाकिस्तान यही करता है। वो आतंकी भेजता है और जब तक ये आतंकी पकड़े नहीं जाते हैं, वो इनकार करता रहेगा।