यूक्रेन ने चीनी सैनिकों को मीडिया के सामने पेश किया: जंग में नए मोड़ की आशंका तेज़
यूक्रेन ,17 अप्रैल। यूक्रेन ने रूस की तरफ से जंग लड़ रहे चीनी सैनिकों को मीडिया के सामने पेश किया। पिछले 3 साल चल रही रूस-यूक्रेन जंग में ऐसा पहली बार हुआ।
यूक्रेन ने पिछले हफ्ते जंग लड़ रहे 2 चीनी नागरिकों को पकड़ने का दावा किया था। हालांकि, चीन ने अपने नागरिकों के जंग में शामिल होने की बात से इनकार कर दिया था।
इसके बाद यूक्रेन ने इन युद्धबंदियों को मीडिया के सामने परेड कराने का फैसला किया। इसके लिए यूक्रेन ने युद्धबंदी कानून भी तोड़ा है। युद्धबंदियों की पहचान उजागर करना और उन्हें कैमरों व पत्रकारों के सामने पेश करना अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन माना जाता है।
यूक्रेन ने 155 चीनी सैनिकों की पहचाना का दावा किया
इससे पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति ने दावा किया था कि उनकी खुफिया एजेंसी ने 155 चीनी नागरिकों की पहचान की है जो रूस की तरफ से जंग लड़ रहे हैं। यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि पहचान में आए सभी लोगों के नाम और पासपोर्ट की जानकारी उनके पास है।
जेलेंस्की के मुताबिक रूस सोशल मीडिया के जरिए चीनी नागरिकों की भर्ती कर रहा है। चीन को भी इस बात की जानकारी है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन यह जानने की कोशिश कर रहा है कि भर्ती करने वालों को बीजिंग की तरफ से निर्देश मिल रहे हैं या नहीं।
इससे पहले जेलेंस्की ने 8 अप्रैल को जंग में शामिल दो चीनी नागरिकों का वीडियो शेयर किया, जिन्हें यूक्रेन ने पकड़ा था।
जेलेंस्की बोले- चीन को जंग में खींच रहा रूस
जेलेंस्की ने कहा कि रूस, चीन को इस जंग में खींच रहा है। यह पुतिन के प्लान का हिस्सा है। पुतिन चाहते हैं कि यूरोप में जंग फैले।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेनी सेना डोनेट्स्क में 6 चीनी नागरिकों से लड़ाई लड़ रही थी। इस दौरान 2 लोगों को जिंदा पकड़ लिया गया। बाकी के चार चीनी नागरिक मारे गए या भाग गए, अभी साफ नहीं है।
जेलेंस्की ने दावा किया कि पकड़े गए चीनी नागरिकों के पास से उनके पहचान पत्र, बैंक कार्ड और व्यक्तिगत डेटा मिला है। उन्होंने ये भी बताया कि चीनी नागरिक अब यूक्रेन की सुरक्षा सेवा की हिरासत में हैं। जेलेंस्की ने पकड़े गए चीनी नागरिकों का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था।